
डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिन्हें भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में जाना जाता है, ने अपने जीवन में कठिन संघर्षों और उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन किए। यहां उनके जीवन की विस्तृत जानकारी दी गई है:
1912 में एल्फिंस्टन कॉलेज (मुंबई विश्वविद्यालय) से अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में स्नातक (B.A.)।
पहली शादी:
दूसरी शादी:
तनाव और अत्यधिक परिश्रम के कारण उन्हें जीवन भर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा।
दलित अधिकार आंदोलन:
महाड़ सत्याग्रह (1927):
मंदिर प्रवेश आंदोलन (कालाराम मंदिर, 1930):
हिंदू धर्म में जातिगत भेदभाव से निराश होकर उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया। इसने समाज में नई क्रांति लाई।
उनके कई योगदानों को उनके जीवनकाल में उतनी मान्यता नहीं मिली जितनी उनके निधन के बाद।
डॉ. भीमराव अंबेडकर का जीवन संघर्ष, ज्ञान और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। उनके कार्यों ने भारत को एक अधिक न्यायसंगत और समावेशी समाज की ओर अग्रसर किया।