यहाँ BJP की स्थापना, इतिहास, चुनाव अभियान, प्रमुख व्यक्तित्व, और इसकी विचारधारा से लेकर वर्तमान स्थिति तक की पूरी जानकारी दी गई है।
1. इतिहास और विकास
स्थापना और शुरुआती दौर (1951-1980)
भारतीय जनसंघ (BJS):
1951 में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की स्थापना की।
विचारधारा: हिंदू राष्ट्रवाद और “एक राष्ट्र, एक संस्कृति।”
यह पार्टी कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष नीति की मुखर विरोधी थी।
जनसंघ का निकट संबंध राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ था।
प्रमुख नेता: दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी, और लाल कृष्ण आडवाणी।
जनता पार्टी का निर्माण (1977):
आपातकाल (1975-77) के बाद जनसंघ कई अन्य पार्टियों के साथ मिलकर जनता पार्टी का हिस्सा बन गया।
जनता पार्टी ने 1977 के चुनाव में जीत हासिल की।
RSS के साथ मतभेद के कारण जनसंघ नेताओं ने जनता पार्टी छोड़ दी।
भारतीय जनता पार्टी (1980)
6 अप्रैल 1980 को BJP का गठन हुआ।
नेतृत्व: अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, भैरों सिंह शेखावत।
प्रारंभिक विचारधारा: “गांधीवादी समाजवाद।
2. विचारधारा और दृष्टिकोण
मुख्य विचारधाराएं
हिंदुत्व: सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और हिंदू मूल्यों को प्राथमिकता।
एकात्म मानववाद: पंडित दीनदयाल उपाध्याय का सिद्धांत, जिसमें आर्थिक विकास, सामाजिक समरसता, और व्यक्तिगत गरिमा पर जोर है।
आर्थिक सुधार: उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण को बढ़ावा।
राष्ट्रीय सुरक्षा: भारत की रक्षा को मजबूत करना और आतंकवाद का सामना करना।
मुख्य नारे और दृष्टि
“सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास।”
आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) का दृष्टिकोण।
3. चुनाव अभियान और रणनीतियां
मुख्य चुनाव अभियान
1984 लोकसभा चुनाव:
BJP ने अपने पहले चुनाव में सिर्फ 2 सीटें जीतीं।
1989 लोकसभा चुनाव:
85 सीटें जीतकर एक प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभरी।
राम जन्मभूमि आंदोलन का समर्थन।
1991 लोकसभा चुनाव:
120 सीटें जीतकर हिंदुत्व आंदोलन को बढ़ावा।
1998 और 1999 चुनाव:
अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पहली बार स्थिर गठबंधन सरकार बनाई।
मुद्दे: पोखरण परमाणु परीक्षण, आर्थिक सुधार।
2004 लोकसभा चुनाव:
“इंडिया शाइनिंग” अभियान के बावजूद कांग्रेस से हार।
2014 लोकसभा चुनाव:
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में BJP ने 282 सीटों के साथ प्रचंड जीत हासिल की।
मुख्य नारे: “अबकी बार मोदी सरकार,” विकास और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन।
2019 लोकसभा चुनाव:
303 सीटों के साथ BJP ने ऐतिहासिक जीत दोहराई।
मुद्दे: राष्ट्रीय सुरक्षा, अनुच्छेद 370 का खात्मा, राम मंदिर निर्माण।
2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 240 सीटें जीतीं। हालांकि, पार्टी बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों से पीछे रह गई। BJP ने अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर (जैसे जनता दल यूनाइटेड और तेलुगु देशम पार्टी) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के तहत बहुमत हासिल किया और सरकार बनाने का दावा किया।
पिछले चुनावों की तुलना में BJP की सीटों में गिरावट आई है:
2019: 303 सीटें।
2014: 282 सीटें।
विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने बेहतर प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं, जो 2019 के 52 सीटों की तुलना में बड़ी बढ़त है। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में विपक्ष ने BJP के प्रदर्शन को कमजोर किया
चुनावी रणनीतियां
बूथ प्रबंधन: जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना।
सोशल मीडिया का उपयोग: फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप के माध्यम से प्रचार।
लक्षित योजनाएं: किसानों, महिलाओं, और युवाओं के लिए योजनाएं।
आक्रामक राष्ट्रवाद: भारत के विकास और सुरक्षा को प्राथमिकता।
4. प्रमुख व्यक्तित्व
संस्थापक नेता
श्यामा प्रसाद मुखर्जी: कश्मीर के भारत में एकीकरण के प्रमुख समर्थक।
दीनदयाल उपाध्याय: एकात्म मानववाद के प्रणेता।
अटल बिहारी वाजपेयी: प्रधानमंत्री (1998-2004), विकास और विदेश नीति में अग्रणी।
लालकृष्ण आडवाणी: राम जन्मभूमि आंदोलन के सूत्रधार।
आधुनिक नेता
नरेंद्र मोदी: वर्तमान प्रधानमंत्री; आर्थिक सुधार और राष्ट्रवाद के प्रतीक।
अमित शाह: संगठन के रणनीतिकार और गृह मंत्री।
राजनाथ सिंह: रक्षा मंत्री और BJP के वरिष्ठ नेता।
नितिन गडकरी: बुनियादी ढांचा और परिवहन के क्षेत्र में सुधार।
योगी आदित्यनाथ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और हिंदुत्व के प्रखर समर्थक।
5. BJP के प्रमुख कार्य और नीतियां
आर्थिक सुधार
GST लागू करना: कर प्रणाली का सरलीकरण।
मेक इन इंडिया: विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा।
आत्मनिर्भर भारत: स्थानीय उद्योगों का प्रोत्साहन।
सामाजिक कल्याण योजनाएं
प्रधानमंत्री जन धन योजना: वित्तीय समावेशन।
आयुष्मान भारत: स्वास्थ्य सुविधाएं।
उज्ज्वला योजना: गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन।
राष्ट्रीय सुरक्षा
अनुच्छेद 370 हटाना।
सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक।
सांस्कृतिक और धार्मिक पहल
राम मंदिर निर्माण।
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA)।
6. चुनौतियां और आलोचनाएं
धार्मिक ध्रुवीकरण का आरोप।
विमुद्रीकरण और कृषि कानूनों को लेकर विरोध।
लोकतांत्रिक संस्थाओं पर असर डालने के आरोप।
7. BJP का भविष्य
BJP लगातार दक्षिण और पूर्वी भारत में विस्तार कर रही है।
विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और डिजिटल अभियानों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।