
NATO (North Atlantic Treaty Organization)
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) का उद्देश्य सामूहिक रक्षा सुनिश्चित करना, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखना, लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देना, खतरों को रोकना और सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर वैश्विक शांति व स्थिरता सुनिश्चित करना है।
नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइज़ेशन (NATO) की स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई थी। इसे “वॉशिंगटन संधि” (North Atlantic Treaty) के तहत 12 देशों ने मिलकर बनाया था। इसका मुख्य उद्देश्य सोवियत संघ के खतरे का सामना करना और सामूहिक रक्षा (Collective Defense) सुनिश्चित करना था।
- नाटो के गठन का कारण: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका और सोवियत संघ के बीच तनाव बढ़ गया, जिसे “शीत युद्ध” (Cold War) कहा जाता है। यूरोप में साम्यवाद (Communism) के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए यह गठबंधन बनाया गया।
- महत्वपूर्ण घटनाएँ: बर्लिन ब्लॉकेड (1948-49) और पूर्वी यूरोप में सोवियत संघ के प्रभाव ने पश्चिमी देशों को सैन्य गठबंधन बनाने के लिए प्रेरित किया।
2. नाटो के सदस्य देश (NATO Members - 2024 तक)
शुरुआत में नाटो के 12 सदस्य थे, लेकिन समय के साथ यह संख्या बढ़कर 32 हो गई (स्वीडन 2024 में शामिल हुआ)।
➤ 1949 के संस्थापक सदस्य:
- 🇺🇸 अमेरिका
- 🇨🇦 कनाडा
- 🇬🇧 ब्रिटेन
- 🇫🇷 फ्रांस
- 🇧🇪 बेल्जियम
- 🇳🇱 नीदरलैंड
- 🇱🇺 लक्ज़मबर्ग
- 🇳🇴 नॉर्वे
- 🇩🇰 डेनमार्क
- 🇮🇸 आइसलैंड
- 🇮🇹 इटली
- 🇵🇹 पुर्तगाल
➤ बाद में जुड़ने वाले देश:
- 1952: 🇬🇷 ग्रीस, 🇹🇷 तुर्की
- 1955: 🇩🇪 पश्चिम जर्मनी (अब जर्मनी)
- 1982: 🇪🇸 स्पेन
- 1999: 🇨🇿 चेक गणराज्य, 🇭🇺 हंगरी, 🇵🇱 पोलैंड
- 2004: 🇧🇬 बुल्गारिया, 🇪🇪 एस्टोनिया, 🇱🇻 लातविया, 🇱🇹 लिथुआनिया, 🇷🇴 रोमानिया, 🇸🇰 स्लोवाकिया, 🇸🇮 स्लोवेनिया
- 2009: 🇦🇱 अल्बानिया, 🇭🇷 क्रोएशिया
- 2017: 🇲🇪 मोंटेनेग्रो
- 2020: 🇲🇰 नॉर्थ मैसिडोनिया
- 2023: 🇫🇮 फिनलैंड
- 2024: 🇸🇪 स्वीडन
3. नाटो का उद्देश्य (Purpose of NATO)
नाटो का मुख्य उद्देश्य सामूहिक रक्षा (Collective Defense) और वैश्विक सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं:
1. सामूहिक रक्षा (Collective Defense – अनुच्छेद 5)
- यदि नाटो के किसी एक सदस्य पर हमला होता है, तो इसे सभी सदस्यों पर हमला माना जाएगा और सभी सदस्य देश मिलकर जवाब देंगे।
- उदाहरण: 9/11 हमले (2001) के बाद, नाटो ने पहली बार अनुच्छेद 5 लागू किया और अमेरिका का समर्थन किया।
2. संकट प्रबंधन (Crisis Management)
- युद्ध या राजनीतिक संकट के समय नाटो सैन्य और कूटनीतिक सहायता प्रदान करता है।
3. सहयोगी सुरक्षा (Cooperative Security)
- नाटो संयुक्त राष्ट्र (UN) और यूरोपीय संघ (EU) के साथ मिलकर शांति बनाए रखने के लिए कार्य करता है।
4. आतंकवाद और साइबर सुरक्षा (Counterterrorism & Cyber Defense)
- नाटो आतंकवाद, साइबर हमलों और सूचना युद्ध (Disinformation Warfare) से लड़ने के लिए भी काम करता है।
4. नाटो को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है? (Challenges to NATO)
1. रूस-यूक्रेन युद्ध (2022 – वर्तमान)
- रूस नाटो के विस्तार को ख़तरा मानता है।
- नाटो यूक्रेन को सैन्य सहायता दे रहा है, लेकिन रूस के खिलाफ सीधा युद्ध नहीं छेड़ सकता, क्योंकि रूस के पास परमाणु हथियार हैं।
2. रक्षा बजट और वित्तीय असंतुलन (Defense Spending Issue)
- नाटो के नियमों के अनुसार, हर सदस्य देश को अपने GDP का 2% रक्षा क्षेत्र में खर्च करना चाहिए, लेकिन कई देश ऐसा नहीं करते।
- अमेरिका सबसे ज्यादा योगदान देता है, जिससे अमेरिका और यूरोप के बीच तनाव बढ़ता है।
3. साइबर हमलों का खतरा (Cybersecurity Threats)
- रूस, चीन और उत्तर कोरिया जैसे देश नाटो देशों पर साइबर हमले करते हैं।
4. आंतरिक मतभेद (Internal Conflicts Among Members)
- तुर्की, फ्रांस और हंगरी जैसे देश कभी-कभी नाटो की नीतियों का विरोध करते हैं।
- उदाहरण: तुर्की ने पहले स्वीडन और फिनलैंड की सदस्यता को ब्लॉक कर दिया था।
5. चीन की बढ़ती शक्ति (China’s Influence)
- नाटो अब चीन को भी एक रणनीतिक चुनौती (Strategic Challenge) मान रहा है, क्योंकि चीन का सैन्य और आर्थिक प्रभाव बढ़ रहा है।
5. नाटो की उपलब्धियाँ (Achievements of NATO)
1. शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ का सामना किया
- नाटो ने पश्चिमी यूरोप को सोवियत संघ के कब्जे से बचाया।
- 1991 में सोवियत संघ के विघटन (Collapse of USSR) के बाद, नाटो ने यूरोप में स्थिरता बनाए रखी।
2. यूरोप में शांति बनाए रखी
- पूर्वी यूरोप के कई देश (पोलैंड, चेक गणराज्य, बाल्टिक देश) नाटो में शामिल हुए, जिससे उनकी सुरक्षा मजबूत हुई।
3. सैन्य हस्तक्षेप और शांति स्थापना
- 1995: बोस्निया में युद्ध समाप्त करने में मदद की।
- 1999: कोसोवो में नरसंहार रोकने के लिए सर्बिया पर हमला किया।
- 2001-2021: 9/11 के बाद अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाया।
4. वैश्विक सुरक्षा में योगदान
- नाटो संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अन्य संगठनों के साथ मिलकर वैश्विक सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है।
5. आधुनिक खतरों से निपटने के लिए रणनीति बनाई
- आतंकवाद, साइबर युद्ध और सूचना युद्ध के खिलाफ प्रभावी रणनीतियाँ अपनाई।