दुनिया के सात अजूबों (7 Wonders) कहानी के बारे में तो हर कोई जानता है, लेकिन बहुत कम लोग इनके बनने की असली कहानी जानते हैं। ये अजूबे सिर्फ इमारतें नहीं, बल्कि इंसानी काबिलियत, मेहनत और कल्पनाशक्ति के अद्भुत उदाहरण हैं। इन अजूबों को देखकर लगता है जैसे इंसान ने नामुमकिन को मुमकिन बना दिया। चाहे ताजमहल की बेमिसाल खूबसूरती हो या चीन की दीवार की विशालता, हर अजूबा अपनी अनोखी पहचान और दिलचस्प कहानी के लिए मशहूर है।
इन सात अजूबों 7 Wonders में भारत का ताजमहल, चीन की दीवार, ब्राज़ील का क्राइस्ट द रिडीमर, रोम का कोलोज़ियम, पेरू का माचू पिच्चू, जॉर्डन का पेट्रा और मैक्सिको का चिचेन इत्ज़ा शामिल हैं। इनकी खूबसूरती, वास्तुकला और इतिहास दुनिया भर से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। आज हम इन सात अजूबों 7 Wonders के बनने की कहानी और उनसे जुड़ी दिलचस्प बातों को जानेंगे।
1. ग्रेट वॉल ऑफ चाइना (The Great Wall of China)
चीन की महान दीवार विश्व के 7 अजूबों 7 Wonders में सबसे प्रसिद्ध है। यह दीवार चीन की रक्षा के लिए बनाई गई थी और इसकी कुल लंबाई लगभग 21,196 किलोमीटर है। इसे सातवीं शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर 17वीं शताब्दी तक अलग-अलग राजवंशों ने बनाया। यह दीवार पहाड़ों, जंगलों, और रेगिस्तान के बीच से गुजरती है और इसकी बनावट इसे अद्वितीय बनाती है। चीन की महान दीवार इतिहास, वास्तुकला और मानव श्रम का 7 अजूबों 7 Wonders अद्भुत उदाहरण है।
2. पेट्रा, जॉर्डन (Petra, Jordan)
पेट्रा को ‘गुलाबी शहर’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसकी इमारतें गुलाबी पत्थरों से बनी हैं। यह शहर जॉर्डन में स्थित है और इसे चट्टानों को काटकर बनाया गया है। पेट्रा का इतिहास 312 ईसा पूर्व तक जाता है और यह व्यापार मार्ग का एक प्रमुख केंद्र था। इसके प्रसिद्ध स्मारकों में ‘अल-खज़नेह’ और ‘मॉनास्ट्री’ शामिल हैं।
3. क्राइस्ट द रिडीमर, ब्राज़ील (Christ the Redeemer, Brazil)
क्राइस्ट द रिडीमर प्रतिमा रियो डी जेनेरो, ब्राज़ील में स्थित है। यह ईसा मसीह की 98 फीट ऊँची प्रतिमा है, जो कोर्कोवाडो पहाड़ पर स्थित है। 1931 में इस प्रतिमा का निर्माण पूरा हुआ और यह दुनिया में शांति और प्रेम का प्रतीक मानी जाती है। यह प्रतिमा आर्ट डेको शैली में बनाई गई है।
4. माचू पिच्चू, पेरू (Machu Picchu, Peru)
माचू पिच्चू एक प्राचीन इंका शहर है, जो एंडीज़ पर्वतों में स्थित है। यह शहर 15वीं शताब्दी में बनाया गया और समुद्र तल से 2,430 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। माचू पिच्चू को इंका सभ्यता की उत्कृष्ट कृति माना जाता है, जहाँ अद्वितीय वास्तुकला, खेती की छतें और सुंदर दृश्य देखने को मिलते हैं।
5. चिचेन इत्ज़ा, मैक्सिको (Chichen Itza, Mexico)
चिचेन इत्ज़ा माया सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है। यह स्थल 600 ईसा पश्चात स्थापित किया गया और यह अपने पिरामिड मंदिर ‘एल कास्टिलो’ के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के खगोलीय ज्ञान, वास्तुकला और संस्कृति के उदाहरण देखने को मिलते हैं। चिचेन इत्ज़ा में हर साल वसंत और शरद ऋतु के समय सूर्य की किरणें पिरामिड पर साँप जैसी आकृति बनाती हैं।
6. कोलोसियम, इटली (Colosseum, Italy)
कोलोसियम रोम, इटली में स्थित एक विशाल एम्फीथिएटर है, जिसका निर्माण 70-80 ईसा पश्चात हुआ। यह स्थल प्राचीन रोम की इंजीनियरिंग और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। कोलोसियम में एक समय में लगभग 50,000 दर्शक बैठ सकते थे और यहाँ ग्लेडियेटर लड़ाइयाँ, नाटक और सार्वजनिक उत्सव आयोजित होते थे।
7. ताज महल, भारत (Taj Mahal, India)
ताज महल भारत के आगरा शहर में स्थित है और इसे मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया था। इसका निर्माण 1632 में शुरू हुआ और 1648 में पूरा हुआ। ताज महल सफेद संगमरमर से बना है और इसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इसकी वास्तुकला, बाग़बानी और नक्काशी विश्व प्रसिद्ध है।
ये सात अजूबे 7 Wonders अपनी अनूठी सुंदरता, इतिहास और वास्तुकला के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं। ये मानव सभ्यता के 7 अजूबों 7 Wonders अद्भुत निर्माण हैं, जो हमें प्राचीन समय की महानता और रचनात्मकता की याद दिलाते हैं।