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भारत – आकार और स्थिति (India – Size and Location)

भारत एशिया महाद्वीप के दक्षिणी भाग में स्थित एक विशाल देश है, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और भौगोलिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवां और जनसंख्या के आधार पर दूसरा सबसे बड़ा देश है। हिमालय की उत्तरी पर्वतमालाओं से लेकर दक्षिण के समुद्री तटों तक फैला भारत विभिन्न जलवायु, भाषाओं और परंपराओं का संगम है। यहाँ 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनमें अनेक धर्मों, त्योहारों और रीति-रिवाजों की अनूठी झलक मिलती है। भारत की आर्थिक, राजनीतिक और वैज्ञानिक प्रगति इसे विश्व मंच पर प्रमुख स्थान प्रदान करती है।

भारत का आकार (Size of India)

भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किलोमीटर है, जो इसे क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश बनाता है। यह विशाल क्षेत्रफल भारत को विविध भौगोलिक और जलवायु विशेषताओं वाला देश बनाता है।

भारत का आकार इतना बड़ा है कि यह पूरे यूरोप महाद्वीप के बराबर है और ऑस्ट्रेलिया से थोड़ा छोटा है। भारत का यह भौगोलिक विस्तार इसे विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक विशेषताओं, जैसे हिमालय की ऊँची पर्वत श्रेणियों, विशाल मैदानों, रेगिस्तानों, समुद्री तटों और उष्णकटिबंधीय वनों का धनी देश बनाता है।

भारत का भूमि क्षेत्र विश्व के कुल भूभाग का लगभग 2.4% है, जबकि इसकी जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का लगभग 17% है। यह असमानता दर्शाती है कि भारत में जनसंख्या घनत्व अत्यधिक है।

भारत की भौगोलिक स्थिति इसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है। यह उत्तर में हिमालय से घिरा हुआ है, जो प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता है, जबकि दक्षिण में हिंद महासागर भारत को एक समुद्री शक्ति बनाता है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी और पश्चिम में अरब सागर इसकी समुद्री सीमाएँ निर्धारित करते हैं।

उत्तर से दक्षिण भारत की लंबाई लगभग 3,214 किलोमीटर और पूर्व से पश्चिम चौड़ाई लगभग 2,933 किलोमीटर है। इसके अलावा, भारत की स्थलीय सीमा लगभग 15,200 किलोमीटर लंबी है, जबकि इसकी समुद्री तटरेखा लगभग 7,516.6 किलोमीटर लंबी है।

भारत का यह भौगोलिक आकार और विविधता इसे न केवल प्राकृतिक रूप से समृद्ध बनाते हैं बल्कि इसकी संस्कृति, जलवायु और आर्थिक गतिविधियों को भी प्रभावित करते हैं।

भौगोलिक विस्तार (Geographical Extent)

भारत का भौगोलिक विस्तार (Geographical Extent) अद्वितीय और विशाल है। उत्तर से दक्षिण तक, कश्मीर से कन्याकुमारी की दूरी लगभग 3,214 किलोमीटर है, जबकि पूर्व से पश्चिम तक, अरुणाचल प्रदेश से गुजरात की दूरी 2,933 किलोमीटर है। भारत की स्थलीय सीमा (Land Border) 15,200 किलोमीटर लंबी है, जो इसे पड़ोसी देशों जैसे पाकिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार से जोड़ती है। इसके अलावा, भारत की समुद्री सीमा (Coastline) 7,516.6 किलोमीटर लंबी है, जो अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर से घिरी हुई है। यह विशाल विस्तार भारत को प्राकृतिक संसाधनों, जलवायु विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि प्रदान करता है। भारत की भौगोलिक स्थिति इसे एशिया और विश्व में एक महत्वपूर्ण स्थान देती है।

भारत की सीमाएँ (Boundaries of India)

भारत उत्तर में हिमालय और तीन दिशाओं में समुद्र से घिरा है।
भारत कुल 7 देशों के साथ अपनी सीमा साझा करता है:

  1. उत्तर-पश्चिम : पाकिस्तान और अफगानिस्तान
  2. उत्तर : चीन, नेपाल और भूटान
  3. पूर्व : म्यांमार और बांग्लादेश
  4. दक्षिण में समुद्री सीमा : श्रीलंका और मालदीव

भारत का रणनीतिक महत्व (Strategic Importance of India)

भारत का रणनीतिक महत्व (Strategic Importance of India) इसकी भौगोलिक स्थिति के कारण अद्वितीय है। एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र के बीच स्थित होने के कारण यह वैश्विक व्यापार और सुरक्षा के लिए एक केंद्रीय स्थान रखता है। भारत मालक्का जलडमरूमध्य और सुएज़ नहर जैसे प्रमुख व्यापार मार्गों के निकट है, जो इसे अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार में महत्वपूर्ण बनाता है। इसकी 7,516.6 किलोमीटर लंबी तटीय सीमा इसे समुद्री व्यापार और रक्षा के लिए एक प्रमुख शक्ति बनाती है। यह स्थिति भारत को वैश्विक भू-राजनीति में एक प्रभावशाली भूमिका प्रदान करती है।

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