भारत एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है, जिसका आकार लगभग 3.28 मिलियन वर्ग किलोमीटर है। यह दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है और दक्षिण एशिया में स्थित है। भारत का भौगोलिक स्थिति, उसके जलवायु, संसाधनों और सांस्कृतिक विविधताओं को प्रभावित करती है। इस लेख में, हम भारत के आकार और स्थिति पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जो NCERT पाठ्यक्रम पर आधारित है।
भारत का आकार
भारत का आकार एक त्रिकोणीय (Triangular) जैसा है, जिसमें उत्तर में हिमालय पर्वत है और दक्षिण में समुद्र से यह आकार समाप्त होता है। भारतीय उपमहाद्वीप का यह आकार विश्व मानचित्र पर विशिष्ट दिखता है और इसके विभिन्न हिस्सों में जलवायु, जनसंख्या, भूमि उपयोग, संसाधन, और जीवनशैली में विविधता देखी जाती है।
भारत का क्षेत्रफल 3.28 मिलियन वर्ग किलोमीटर है, जो दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है। इसका आकार दक्षिणी एशिया में स्थित अन्य देशों की तुलना में बहुत बड़ा है। इसे उत्तर से दक्षिण तक लगभग 3,200 किलोमीटर की लंबाई है, जबकि पूर्व से पश्चिम तक इसका फैलाव लगभग 2,900 किलोमीटर है। इसके कारण भारत में विभिन्न जलवायु क्षेत्र, वनस्पतियां, प्रजातियां और जनसंख्या समूह पाए जाते हैं।
भारत का भौगोलिक प्रभाव
भारत का आकार और स्थिति न केवल उसके प्राकृतिक संसाधनों को प्रभावित करते हैं, बल्कि यहां की जलवायु, कृषि, परिवहन, और उद्योग पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। भारत की भौगोलिक स्थिति ने उसे विविध जलवायु क्षेत्रों में बांट दिया है, जो इस प्रकार हैं:
- उत्तरी भारत: उत्तरी भारत, खासकर हिमालय क्षेत्र, ठंडी जलवायु वाला है। यहाँ की तापमान और मौसम काफी भिन्न होते हैं। सर्दियों में बर्फबारी और गर्मियों में हल्का तापमान होता है। इस क्षेत्र में जड़ी-बूटियां, फल, और कई अन्य कृषि उत्पाद पैदा होते हैं। यहाँ की जलवायु ने इस क्षेत्र को विशेष रूप से पर्यटन और जलवायु आधारित उद्योगों के लिए आदर्श बना दिया है।
- दक्षिणी भारत: दक्षिण भारत में उष्णकटिबंधीय जलवायु है, जो गर्म और आर्द्र होती है। यहाँ बारिश के मौसम में भारी वर्षा होती है, और यह क्षेत्र कृषि के लिए बेहद उपयुक्त है। विशेष रूप से यहां चाय, कॉफी, और मसालों की खेती होती है। दक्षिण भारत का तट रेखा और समुद्र इसका प्रमुख आर्थिक स्रोत है।
- पश्चिमी भारत: पश्चिम भारत में रेगिस्तानी इलाकों का फैलाव है, जैसे कि राजस्थान में थार रेगिस्तान। यहाँ की जलवायु गर्म और सूखी होती है। हालांकि, यहाँ भी कुछ हिस्सों में कृषि योग्य भूमि उपलब्ध है, खासकर नदियों के किनारे पर। इस क्षेत्र में कच्छ, गुजरात, और महाराष्ट्र जैसे क्षेत्र आते हैं।
- पूर्वी भारत: पूर्वी भारत में मानसूनी और उष्णकटिबंधीय जलवायु का प्रभाव है। यहां की नदियां जैसे गंगा और ब्रह्मपुत्र, इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। पूर्वी भारत का अधिकांश हिस्सा कृषि योग्य है और यहां की मुख्य फसलें चावल, गेंहू, और दलहन हैं।
भारत की भौगोलिक स्थिति
भारत की भौगोलिक स्थिति एशिया के दक्षिणी भाग में है, और यह 8°4′ उत्तरी अक्षांश से लेकर 37°6′ उत्तरी अक्षांश तक और 68°7′ पूर्वी देशांतर से लेकर 97°25′ पूर्वी देशांतर तक फैला हुआ है। भारत की भौगोलिक स्थिति उसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न बनाती है और इसके विविध जलवायु क्षेत्रों के कारण यहां की जीवनशैली और कृषि प्रणाली में भी विविधता देखी जाती है।
- उत्तर में भारत की उत्तरी सीमा पर विशाल हिमालय पर्वत स्थित हैं, जो एक प्राकृतिक सीमा के रूप में कार्य करते हैं। यह पर्वत श्रृंखला भारत की भूमि को चीन और अन्य मध्य एशियाई देशों से अलग करती है। हिमालय न केवल एक प्राकृतिक सीमा है, बल्कि यह भारत की जलवायु और पर्यावरणीय प्रणाली को भी प्रभावित करता है। हिमालय की बर्फीली पर्वत चोटियों से निकलने वाली नदियां, जैसे गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, आदि, भारतीय उपमहाद्वीप के जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- दक्षिण में भारत का दक्षिणी भाग भारतीय महासागर में स्थित है, जिसमें श्रीलंका और मालदीव जैसे द्वीप राष्ट्र स्थित हैं। यहां का तापमान ऊष्मीय है और यहां मानसून की वर्षा का प्रमुख प्रभाव देखने को मिलता है। यह क्षेत्र भारत के समुद्री व्यापार और मछली पकड़ने के उद्योग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- पश्चिम में भारत की पश्चिमी सीमा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अरब सागर से मिलती है। पाकिस्तान के साथ भारत की सीमा का विस्तार राजस्थान और पंजाब राज्यों से होता है। अरब सागर के किनारे पर स्थित गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटका राज्य भारतीय तट रेखा का हिस्सा हैं। यहां के प्रमुख बंदरगाहों में मुंबई और कांडला शामिल हैं, जो भारत के समुद्री व्यापार के प्रमुख केंद्र हैं।
- पूर्व में भारत की पूर्वी सीमा बांग्लादेश और म्यांमार से मिलती है। पूर्वी भारत में प्रमुख जल निकायों में गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र नदियां हैं। इस क्षेत्र की जलवायु उष्णकटिबंधीय और मानसूनी होती है, जो कृषि के लिए उपयुक्त है। पूर्वी भारत में असम, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, और बिहार जैसे राज्य शामिल हैं।
भारत और विश्व
भारत एशिया महाद्वीप के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच स्थित है। यह भारत को व्यापार और समुद्री यात्रा के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाता है। भारतीय उपमहाद्वीप का दक्षिणी विस्तार हिंद महासागर में है, जिससे यह महासागर भारत के नाम पर “हिंद महासागर” कहलाता है।
भारत की यह स्थिति उसे पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोप से जोड़ती है, वहीं पूर्व में यह दक्षिण-पूर्व एशिया और ऑस्ट्रेलिया तक पहुंच को आसान बनाती है।
- क्या आप जानते हैं?
वर्ष 1869 में स्वेज़ नहर के खुलने से भारत और यूरोप के बीच की दूरी लगभग 7,000 किलोमीटर कम हो गई थी।
भारत का विश्व के अन्य देशों से तुलना (क्षेत्रफल के अनुसार)
देश | क्षेत्रफल (लाख वर्ग किमी में) |
---|---|
रूस | 17.09 |
कनाडा | 9.98 |
संयुक्त राज्य अमेरिका | 9.83 |
चीन | 9.60 |
ब्राज़ील | 8.51 |
ऑस्ट्रेलिया | 7.69 |
भारत | 3.28 |
- भारत विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश है।

भारत के पड़ोसी देश
भारत एक ऐसा देश है जिसकी भौगोलिक स्थिति दक्षिण एशिया में है और इसके चारों ओर कई देश बसे हुए हैं। भारत की स्थलीय सीमा लगभग 15,200 किलोमीटर लंबी है, जो इसे विश्व के सबसे अधिक सीमाएँ साझा करने वाले देशों में से एक बनाती है। भारत के पड़ोसी देशों के साथ इसके ऐतिहासिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध बहुत गहरे हैं।
नीचे भारत के पड़ोसी देशों की सूची और उनसे संबंधित मुख्य जानकारियाँ दी गई हैं:
भारत के सभी पड़ोसी देश
भारत कुल 9 देशों से सीमा या समुद्री सीमा साझा करता है। इनमें से 7 देश स्थलीय सीमाओं से और 2 देश समुद्री सीमाओं से जुड़े हुए हैं।
1. पाकिस्तान 🇵🇰
सीमा की लंबाई: लगभग 3,323 किमी
राज्य: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात
महत्वपूर्ण सीमा रेखा: राधकृष्णन आयोग के अनुसार विभाजन (1947), “रेडक्लिफ रेखा”
2. चीन 🇨🇳
सीमा की लंबाई: लगभग 3,488 किमी (भारत की सबसे लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा)
राज्य: जम्मू-कश्मीर (लद्दाख), हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश
महत्वपूर्ण स्थल: लद्दाख, अरुणाचल में सीमाविवाद (LAC – वास्तविक नियंत्रण रेखा)
3. नेपाल 🇳🇵
सीमा की लंबाई: लगभग 1,751 किमी
राज्य: उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम
विशेष संबंध: खुली सीमा, सांस्कृतिक व धार्मिक समानताएं
4. भूटान 🇧🇹
सीमा की लंबाई: लगभग 699 किमी
राज्य: सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश
विशेष संबंध: ऐतिहासिक और मित्रतापूर्ण रिश्ते
5. बांग्लादेश 🇧🇩
सीमा की लंबाई: लगभग 4,096 किमी (भारत की दूसरी सबसे लंबी सीमा)
राज्य: पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम
महत्वपूर्ण तथ्य: भूमि सीमा समझौता (2015), ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध
6. म्यांमार 🇲🇲
सीमा की लंबाई: लगभग 1,643 किमी
राज्य: मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश
विशेष: व्यापारिक गलियारा और पूर्वोत्तर भारत से संपर्क
7. अफगानिस्तान 🇦🇫
सीमा की लंबाई: लगभग 106 किमी (पाक-अधिकृत कश्मीर क्षेत्र में)
विशेष स्थिति: यह सीमा वर्तमान में भारत के सीधे प्रशासन के अंतर्गत नहीं आती (POK के अंतर्गत)
भारत के समुद्री पड़ोसी देश
भारत की समुद्री सीमा भी अत्यंत विस्तृत है। हिंद महासागर में भारत के दो प्रमुख द्वीप समूह स्थित हैं:
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (पूर्व में)
समुद्री पड़ोसी: इंडोनेशिया, थाईलैंड, म्यांमार
लक्षद्वीप द्वीप समूह (पश्चिम में)
समुद्री पड़ोसी: मालदीव और श्रीलंका
